Child Phone Addiction-बच्चों की फोन की लत रोकने के 6 उपाय
स्मार्टफोन एक अद्भुत तकनीक है, इसने मानव जीवन में क्रांति ला दी है। वैसे तो इसकी शुरुवात दूरस्थ लोगों से बातचीत के लिए हुई थी, परन्तु अब यह जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसकी मदद से कोई जानकारी प्राप्त करना हो, टिकट बुकिंग करना हो अथवा कोई सामान मंगाना, गेम खेलना, दोस्तों और परिवार से वीडियो कालिंग के जरिये जुड़ना, शादी विवाह करना और नौकरी पाना सभी कुछ संभव बना हो गया है।
आज की दुनिया स्मार्टफोन से भरी हुई है और बच्चे उसके आसपास बड़े हो रहे हैं। आज अधिकतर बच्चे कम उम्र में मोबाइल स्क्रीन के संपर्क में आ रहे हैं साथ ही वे मोबाइल फोन की लत की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि जो बच्चे मोबाइल पर अधिक समय बिताते हैं, उनमें अवसाद और चिंता पनपने का खतरा अधिक होता है, जोकि बेहद खतरनाक है।
मोबाइल से निकलने वाले रेडिएशन से बच्चे कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं और उनकी आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। फोन की लत इस कदर बढ़ गई है कि बच्चें आक्रामक हो रहे हैं और फोन का अधिक इस्तेमाल करने से रोकने पर परिजनों के ऊपर हमला तक कर रहे हैं। मोबाइल गेम के एडिक्टेड बच्चे अपने घर में चोरी करने से भी बाज नहीं आ रहे और गेम के जाल में फंसकर कुछ बच्चों ने तो आत्महत्या तक कर ली है।
कोविड महामारी के दौरान बच्चों ने ऑनलाइन स्टडी के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया, उस समय अभिभावक भी बच्चों को मोबाइल इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकते थे। परन्तु अब स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन बच्चे अब भी फोन पर अपना कीमती समय नष्ट कर रहे हैं यह स्थिति माता-पिता के लिए चिंताजनक है। यही कारण है कि अब अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के उपाय खोज रहे हैं।
बच्चों पर फोन एडिक्शन का दुष्प्रभाव -
A. आंखों के रोग -
मोबाइल की लत बच्चों की आँखों, नींद, शारीरिक स्वास्थ्य और सामाजिक कौशल के दृष्टिकोण से बहुत बुरी हो सकती है। मोबाइल की लत का सबसे अधिक प्रभाव उनकी आँखों पर पड़ता है और इन दिनों बहुत अधिक बच्चे आँखों की समस्या से प्रभावित हो रहे हैं।
लगातार सोशल मीडिया और अन्य चीज़ों के लिए मोबाइल से चिपके रहने का स्वभाव बच्चों में आँखों की कई समस्याएं पैदा कर सकता है। मोबाइल फोन के स्क्रीन को लंबे समय तक लगातार देखने से धुंधला दिखना, आंखों में तनाव और निकट दृष्टिदोष भी हो सकता है।
B. शारीरिक समस्याएं -
मोबाइल फोन के आदी बच्चे को सिरदर्द, हाथों में खिंचाव और गर्दन में दर्द जैसी शारीरिक समस्याओं का अनुभव हो सकता है। नींद की समस्या भी उन बच्चों में आम है जो मोबाइल के आदी हैं। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी शरीर के प्राकृतिक नींद चक्र को बाधित कर सकती है, जिससे अनिद्रा और नींद संबंधी अन्य विकार हो सकते हैं।
देर रात तक फोन देखने के आदी बच्चे अपने फोन का उपयोग करते हुए देर रात तक जागते हैं, तो नींद पूरी न होने के कारण अगले दिन उन्हें थकान महसूस होती है और वे चिड़चिड़े हो सकते है। ऐसे बच्चे अपना ध्यान पढ़ाई या अन्य उपयोगी कार्यों में केंद्रित नहीं कर पाते।
एक बच्चा जो अपने फोन का आदी है, वह गर्म मिजाज का हो सकता है। अगर उन्हें फोन के इस्तेमाल के लिए टोका जाता है तो वे तुरंत नाराज या परेशान हो सकते हैं। यह उनके फोन में लगातार हिंसात्मक वीडियो गेम खेलने के कारण उतपन्न होने वाली उत्तेजना और पारिवारिक सदस्यों के साथ आमने-सामने बैठकर बातचीत की कमी के कारण हो सकता है।
C. पढ़ाई का नुकसान -
मोबाइल फोन के आदी बच्चे को स्कूल में अपना ध्यान केंद्रित करने और अपने होमवर्क को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे बच्चे का अधिकाँश समय फ़ोन पर व्यतीत हो जाता है। यह भी हो सकता है कि जब वे उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं तब भी लगातार अपने फोन के बारे में सोच रहे हों, उन्हें इस बात की चिंता लगी रहती है कि फोन में किसी का मेसेज आया होगा और अगर वे इसे नहीं देखेंगे तो क्या खो देंगे।
D. सामाजिक समस्याएं -
अपने फोन के आदी बच्चे को अपने आसपास के दूसरे बच्चों के साथ मिलकर खेलने और दोस्ती करने में कठिनाई हो सकती है। क्योंकि वे खेल के मैदान पर जाने और लोगों से आमने-सामने बात करने के बजाय ऑनलाइन गेम खेलना पसंद करते हैं, इससे अलगाव हो सकता है।
आपका बच्चा सेल फ़ोन का आदी है, इसके संकेत क्या हैं?
यदि आपका बच्चा लगातार अपने सेल फोन पर व्यस्त रहता है, तो यह इस बात का संकेत है कि उसे इसकी लत है। मोबाइल फोन के आदी बच्चे के 5 संकेत यहां दिए गए हैं -
1. जब उन्हें कुछ और कार्य करना चाहिए तब भी वे अपने फ़ोन पर लगे रहते हैं, इस प्रकार अपने फोन का अत्यधिक उपयोग करना एक संकेत है।
2. अगर वे लगातार अपने फोन को चेक करते रहते हैं तो यह भी फोन एडिक्शन का संकेत है, यह उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करता है।
3. एक और संकेत यह है कि अगर वे अपने फोन में लगे रहने के कारण जीवन की अन्य आवश्यक चीजों की उपेक्षा करते हैं, जैसे कि स्कूल का काम या परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताना।
4. एक और संकेत यह है कि वे अगर वे अपने फोन का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो गुस्सा दिखाते हैं या परेशान हो जाते हैं।
5. वे अन्य लोगों से बात करने या आउटडोर गेम्स की तुलना में संदेश भेजने, इंटरनेट ब्राउज़ करने या अपने फोन पर गेम खेलने में अधिक समय व्यतीत करते हैं।
यदि आपका बच्चा इनमें से किसी भी लक्षण को प्रदर्शित करता है, तो उनके सेल फोन के उपयोग के बारे में उससे बात करना जरूरी हो जाता है साथ ही आपको यह विचार करना होगा कि बच्चे की मोबाइल की लत को कैसे दूर किया जाए।
बच्चों में फोन की लत का क्या कारण है?
बच्चों में फोन की लत लगने के कई कारण हैं -
1. फोन की लत को सोशल मीडिया द्वारा प्रोत्साहन मिलता है, लोगों के बीच अपनी मान्यता के लिए बच्चे इससे जुड़ते हैं फिर बाद में इसकी लत के शिकार होकर रह जाते हैं जो बेहद खतरनाक होता है और पेरेंट्स के लिए इसका विरोध करना बहुत कठिन हो जाता है।
3. माता-पिता के रूप में यदि आप अपने बच्चे की अच्छी चीजों के लिए उसकी सराहना नहीं कर रहे हैं, तो संभावना है कि उसका झुकाव बुरी आदतों की ओर होगा और बहुत अधिक मोबाइल का उपयोग करना उनमें से एक है।
4. पेरेंट्स के द्वारा मोबाइल फोन के अन्य विकल्प जैसे आउटडोर गेम्स आदि उपलब्ध नहीं कराना भी एक कारण है।
5. फोन की लत अक्सर चिंता या अवसाद जैसी अंतर्निहित मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का एक लक्षण मात्र होती है।
एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि औसत व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 80 बार अपने फोन की जांच करता है। वहीं बच्चों के मामले में यह संख्या और भी ज्यादा है। अगर आप सोच रहे हैं कि बच्चे की फोन की लत को कैसे रोका जाए, तो आप इस आर्टिकल को पढ़ें।
बच्चों की फोन की लत को रोकने के 6 आसान उपाय (Child Mobile Addiction Solution) -
1. स्क्रीन टाइम की लिमिट तय करें -
यदि बच्चे में मोबाइल की लत आपको परेशान करती है, तो यह आवश्यक है कि इसके बारे में उनके साथ खुला संवाद किया जाए और उनके स्क्रीन समय को कम करने के तरीके खोजने में उनकी मदद की जाए। बच्चे के फोन की लत को रोकने के लिए मोबाइल देखने की समय सीमा निर्धारित करें।
अधिकांश विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बच्चे मोबाइल स्क्रीन पर प्रतिदिन दो घंटे से अधिक समय न बिताएं। आप बच्चे को मोबाइल देखने के लिए होमवर्क पूरा करने के बाद का समय दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे के पास उन्हें व्यस्त रखने के लिए बहुत सारी अन्य गतिविधियाँ हैं, जैसे कि बाहर खेलना, पढ़ना या उसकी किसी हॉबी में समय देना।
मोबाइल के एडिक्टेड बच्चे रात के समय अपने बिस्तर पर मोबाइल का प्रयोग अधिक करते हैं। बच्चे को इस लत से छुटकारा दिलवाने का एक उपाय यह है कि रात में उसका फोन ले लिया जाए। इस तरह वह बिस्तर पर बिना फोन के होगा और रात में आपकी जानकारी के बिना फोन पर घंटों तक लगे रहने की उसकी आदत छूट जायेगी। इससे उसे अपनी नींद पूरी करने में मदद मिलेगी।
2. अन्य गतिविधियों को प्रोत्साहित करें -
बच्चों में फोन की लत को रोकने में मदद करने का एक तरीका उन्हें अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह बाहर खेलने से लेकर किसी कोच के निर्देशन में कोई खेल सीखना, स्विमिंग करना आदि कुछ भी हो सकता है। इससे उन्हें अपने फोन से दूरी बनाने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा अपना समय निकालकर आप बच्चों को पार्क में सैर करवाने ले जा सकते हैं, उन्हें म्युज़ियम और तारामंडल दिखाएँ। आप अपने बच्चों को नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित करें। अगर बच्चे को सिंगिंग, डांसिंग या पेन्टिंग पंसद है, तो उसे सीखने के लिए क्लास लगवा दें। इस तरह बच्चे का ध्यान स्मार्टफोन से हट जाएगा।
3. उन्हें पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल करें -
आप अपने बच्चे को मोबाइल की लत छुड़ाने में मदद करने के लिए उन्हें पारिवारिक इवेंट्स में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। पारिवारिक कार्यक्रमों में उन्हें साथ लेकर जाने और वहां होने वाली गतिविधियों में बच्चों को पार्टिसिपेट करवाने से उनके फ़ोन से उनका ध्यान हटाने में मदद मिल सकेगी।
घर पर बच्चों को अपना काम स्वयं करने के लिए प्रेरित करें। उनको घरेलू कामों में मदद करने के लिए कहें और इस काम में उनका साथ दें। पड़ोस की दुकान से खरीददारी करना, अपने कपड़े प्रेस करना व घर की साफ़ सफाई जैसे कामो में बच्चों को हाथ बंटाने के लिए कहें।
बच्चों को आध्यात्मिक गतिविधियों में लगाएं और उन्हें ध्यान करने के लिए प्रोत्साहित करें, यह उनके मानसिक विकास में सहायक होगा। धीरे-धीरे वे इसे पसंद करने लगेंगे और इससे उनका ध्यान फोन से हट जाएगा।
4. अपना उदाहरण प्रस्तुत करें -
यदि आप लगातार अपने फ़ोन पर लगे रहते हैं, तो संभावना है कि बच्चे भी आपका अनुकरण करेंगे। इसलिए घर में फोन के इस्तेमाल के लिए कुछ बेसिक नियम तय करें और उनका स्वयं भी पालन करें। माता-पिता के रूप में आप अपने फ़ोन के आदी न होकर एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं।
अपने बच्चे को दिखाएँ कि आप हर समय अपने फोन पर लगे बिना मज़े कर सकते हैं और व्यस्त रह सकते हैं। अपने बच्चे को समझाएं कि स्क्रीन समय को सीमित करना और फोन के उपयोग के लिए नियम निर्धारित करना क्यों महत्वपूर्ण है।
उदाहरण के लिए, आप खाने की मेज पर फोन के बिना रहने का नियम बना कर सकते हैं। अपने नियमों पर टिके रहने का ध्यान रखें और उसके अनुरूप आचरण करें। यदि आप एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करते हैं तो बच्चे के द्वारा उसका पालन करने की संभावना अधिक बनती है।
5. धैर्य रखते हुए समझाएं -
अपने बच्चे को अपने फोन का आदी होते देखना मुश्किल हो सकता है, लेकिन उनके साथ धैर्य रखना जरूरी है। अपने बच्चे को फोन की लत से बचाने की हड़बड़ी में की गई कोई कोशिश आप के बच्चे का अहित भी कर सकती है।
प्रारम्भिक तौर पर आप अपने बच्चे से फोन की लत के बारे में बात कर सकते हैं। इससे उन्हें यह समझने में मदद मिल सकती है कि यह एक समस्या क्यों है, फोन की लत क्यों लगती है और वे इसे कैसे दूर कर सकते हैं।
Also Read -
Bel Patra Health Benefits-बेलपत्र खाने के फायदे
Home Remedies For High BP-बीपी ठीक करें -बिना दवा के
Varanasi Tour Plan-बनारस घूमने की पूरी जानकारी
बच्चों को समय का महत्व समझाएं और उन्हें बताये कि यह समय उनके भविष्य निर्माण का है, न कि सोशल मीडिया पर बेकार की गप-सप में समय बर्बाद करने का। जब तक बच्चें समय की वैल्यू को नहीं समझेंगे तब तक वे अपना समय बर्बाद ही करेंगे। उन्हें महान लोगों की जीवनी पढ़ने को दें जिससे उन्हें पता लगे कि कैसे उन्होंने अपने समय का उपयोग करते हुए महानता पायी।
6. बच्चों को मोबाइल का सकारात्मक उपयोग समझाएं -
मोबाइल की मदद से बच्चे कई तरह का ज्ञान आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और यह उनके अच्छे भविष्य के निर्माण में सहायक हो सकता है। वहीं अगर मोबाइल में गैर रचनात्मक चीज़ों में समय व्यतीत किया जाये तो यह घातक हो सकता है।
बच्चे मोबाइल का सकारात्मक उपयोग भी कर सकते हैं और नकारात्मक भी। हमें बच्चों को समझाना होगा कि वे मोबाईल का सकारात्मक उपयोग कैसे करें। बच्चों को समझायें कि उनके लिए मोटिवेशनल वीडियो देखना और अच्छे ब्लॉग पढ़ना कितना उपयोगी रहेगा। बच्चों के साथ चर्चा करते रहने पर आपको पता होगा कि वे अपने मोबाइल पर किस चीज़ में अपना समय लगा रहे हैं।
आशा है ये आर्टिकल "Child Phone Addiction-बच्चों की फोन की लत रोकने के 6 उपाय" आपको पसंद आया होगा, इसे अपने मित्रों को शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल एवं सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
Also Read-
Brilliant But Poor-तेज़ दिमाग लोग अमीर क्यों नहीं होते
Anil Agarwal-अरबपति अनिल अग्रवाल की कहानी
How To Impress Others-लोगों को इम्प्रेस कैसे करें
-------------------------------
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें। Pavitra India पर विस्तार से पढ़ें मनोरंजन की और अन्य ताजा-तरीन खबरें
Facebook | Twitter | Instragram | YouTube
-----------------------------------------------
. . .